हरे पत्तों और दरख्तों में गुम हुआ चेहरा
था सब्ज़ अहसास वर्ना कहाँ गया चेहरा
जिस्म में उतर आया था वो धीरे धीरे
वो तो इक महताब था मैंने समझा चेहरा
यादों का दरीचा बंद हो गया दरमियाँ
नक्श में उतर आया आधा अधूरा चेहरा
कशकोल जैसा दिखता है कभी रोटी जैसा
देखा है हमने चाँद में मुफलिसी तेरा चेहरा
अनजान रास्तों मोड़ों पर ठिठके से हम खड़े
नए शहर में ढूंढते हैं जाना पहचाना चेहरा
बसते बसते वक़्त लगेगा आदमी हैं हम
नए घर में तलाशते हैं खुद अपना चेहरा
पत्ते वही गुल वही गुंचे वही शबनम वही
दरख्तों जैसा नहीं होता इंसानों का चेहरा
बहुत खूब ...अच्छी गज़ल
जवाब देंहटाएंकृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...
वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो करें ..सेव करें ..बस हो गया .
badhiya gazal
जवाब देंहटाएंsangeeta ji , arun ji...shukriya
जवाब देंहटाएंsangeeta ji hata liya ' word verfication '
... thx for telling me , i didn't know about this.
मीनू जी ,
जवाब देंहटाएंआपने ब्लॉग पर अपना प्रोफाईल नहीं लगाया हुआ है ...मुझे आपके कमेन्ट से आपके प्रोफाईल को देखना पड़ा ...आप बहुत खूबसूरत गज़ल लिखती हैं ...
आपने लिखा है की आपने मुझे knol पर पढ़ा है ...पर मैं knol से वाकिफ नहीं हूँ ..
वक्त मिले तो आप मेरा दूसरा ब्लॉग भी देखें ..
http://geet7553.blogspot.com/
आभार ..
wo sangeeta puri hain , sorry sangeeta ji
जवाब देंहटाएंye profile kaise lagate hain , ek par to hai , main computers ke baare mein zyada janakri nahin rakhti bas kaam chala leti hun , aapne bataya ' word verfication ' ke baare mein , ab ye bhi dekhti hun kaise hoga , bahut bahut dhanyavad aur aapka doosra blog bhi dekhti hun :)
चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी रचना कल मंगलवार 14 -12 -2010
जवाब देंहटाएंको ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..
http://charchamanch.uchcharan.com/
सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंBahut khoob ... behad prabhavi abhivykti....
जवाब देंहटाएंwaah ... apni ye rachna aur iske nichewali rachna rasprabha@gmail.com par parichay,tasweer, blog link ke saath bhejiye vatvriksh ke liye
जवाब देंहटाएंhttp://urvija.parikalpnaa.com/
nice poem,
जवाब देंहटाएंlovely blog.
अहसासों से परिपूर्ण सुन्दर गज़ल..कुछ शेर तो लाज़वाब हैं..बधाई
जवाब देंहटाएंshukriya aap sabka
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