tag:blogger.com,1999:blog-3505743111652643911.post8321005106129493196..comments2023-10-22T03:34:10.588-07:00Comments on आबशार: जज़्बातMinoo Bhagiahttp://www.blogger.com/profile/18351562434440592523noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3505743111652643911.post-81239550732605285212017-01-20T16:47:57.698-08:002017-01-20T16:47:57.698-08:00Subah subah itne sunder comments dekhkar merit sub...Subah subah itne sunder comments dekhkar merit subah kitni suhani ho gayi ise shabdon mein bayaan nahin kar sakti Minoo Bhagiahttps://www.blogger.com/profile/18351562434440592523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3505743111652643911.post-42447296345083471492017-01-20T16:36:06.060-08:002017-01-20T16:36:06.060-08:00मन की मरुभूमि में पुष्प , क्या बात है मन की मरुभूमि में पुष्प , क्या बात है Minoo Bhagiahttps://www.blogger.com/profile/18351562434440592523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3505743111652643911.post-68048807648840869202017-01-20T16:34:54.443-08:002017-01-20T16:34:54.443-08:00इतनी सुबह सुबह सुंदर comment पढ़ कर मेरी सुबह सुहान...इतनी सुबह सुबह सुंदर comment पढ़ कर मेरी सुबह सुहानी हो गयी , धन्यवाद के लिए शब्द कम पड़ रहे हैं , हौसला अफज़ाही के लिए तह ए दिल से शुक्रिया ☺Minoo Bhagiahttps://www.blogger.com/profile/18351562434440592523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3505743111652643911.post-32547877949925134412017-01-20T09:27:23.117-08:002017-01-20T09:27:23.117-08:00शायरा के अणु मन ने मरू भूमि में पुष्प खिलाये, उससे...शायरा के अणु मन ने मरू भूमि में पुष्प खिलाये, उससे पहले झरना भी तो बहाया होगा<br />आपने कहा आसमां खामोश, आपकी ग़ज़ल में ऐसा लगा जैसे आसमां ने भी गीत गाया होगाज़िप्पीnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3505743111652643911.post-70699193867165971762017-01-20T03:15:34.389-08:002017-01-20T03:15:34.389-08:00शायरा के अणु मन ने मरू भूमि में पुष्प खिलाये, उससे...शायरा के अणु मन ने मरू भूमि में पुष्प खिलाये, उससे पहले झरना भी तो बहाया होगा<br />आपने कहा आसमां खामोश, आपकी ग़ज़ल में ऐसा लगा जैसे आसमां ने गीत भी गाया होगा<br />ज़िप्पीnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3505743111652643911.post-37268879601417552552017-01-20T00:13:36.087-08:002017-01-20T00:13:36.087-08:00शायरा के अणु मन ने मरू भूमि में पुष्प खिलाये, उसने...शायरा के अणु मन ने मरू भूमि में पुष्प खिलाये, उसने पहले झरना भी तो बहाया है<br />आपने कहा आसमां खामोश, आपकी ग़ज़ल में ऐसा लगा जैसे आसमां ने भी गीत गाया है<br />ज़िप्पीnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3505743111652643911.post-70482564068885340372017-01-19T17:31:58.151-08:002017-01-19T17:31:58.151-08:00सच! क्या दिव्य अणु मन है आपका जो मरीचिका में भी जल...सच! क्या दिव्य अणु मन है आपका जो मरीचिका में भी जल की धारा बहा सकता है<br />सराबों के अरमां क्या, पूरी कायनात का ज़र्रा ज़र्रा महका भी चमका भी सकता है।ज़िप्पीnoreply@blogger.com